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पंचतंत्र की कहानियां: ब्राह्मण-कर्कटक कथा
विष्णु शर्मा
किसी नगर में ब्रह्मदत्त नामक एक ब्राह्मण रहता था। एक बार किसी काम से उसे दूसरे गाँव जाना पड़ा। उसकी माँ ने कहा, “पुत्र, तुम...
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पंचतंत्र
पंचतंत्र की कहानियां: दो सिर वाला पक्षी
विष्णु शर्मा
एक तालाब में भारण्ड नाम का एक विचित्र पक्षी रहता था । इसके मुख दो थे, किन्तु पेट एक ही था । एक दिन...
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पंचतंत्र की कहानियां: अंधा, कुबड़ा और त्रिस्तनी
विष्णु शर्मा
उत्तरी प्रदेश में मधुपुर नाम का एक नगर है। वहाँ मधुसेन नाम का एक राजा था। विषय सुख भोगने वाले उस राजा मधुसेन को...
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पंचतंत्र की कहानियां: राक्षस का भय
विष्णु शर्मा
एक नगर में भद्रसेन नाम का राजा रहता था। उसकी कन्या रत्नवती बहुत रुपवती थी। उसे हर समय यही डर रहता था कि कोई...
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पंचतंत्र
पंचतंत्र की कहानियां: वानरराज का बदला
विष्णु शर्मा
एक नगर के राजा चन्द्र के पुत्रों को बन्दरों से खेलने का व्यसन था । बन्दरों का सरदार भी बड़ा चतुर था । वह...
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पंचतंत्र
पंचतंत्र की कहानियां: ब्राह्मण का सपना
विष्णु शर्मा
एक नगर में कोई कंजूस ब्राह्मण रहता था । उसने भिक्षा से प्राप्त सत्तुओं में से थोडे़ से खाकर शेष से एक घड़ा भर...
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