राजेश जोशी

3 लेख
राजेश जोशी साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत हिन्दी साहित्यकार हैं। उनका जन्म मध्य प्रदेश के नरसिंहगढ़ जिले में हुआ। उन्होंने शिक्षा पूरी करने के बाद पत्रकारिता शुरू की और कुछ सालों तक अध्यापन किया। राजेश जोशी ने कविताओं के अलावा कहानियाँ, नाटक, लेख और टिप्पणियाँ भी लिखीं। उन्होंने कुछ नाट्य रूपांतर तथा कुछ लघु फिल्मों के लिए पटकथा लेखन का कार्य भी किया। उनके द्वारा भतृहरि की कविताओं की अनुरचना भूमिका "कल्पतरू यह भी" एवं मायकोवस्की की कविता का अनुवाद "पतलून पहिना बादल" नाम से किए गए है। कई भारतीय भाषाओं के साथ-साथ अँग्रेजी, रूसी और जर्मन में भी उनकी कविताओं के अनुवाद प्रकाशित हुए हैं।

रचनाएँ

नाम क्या है उर्फ अंडे चोर

अचानक ही उसे एक दिन इस शहर में देखा गया। कोई नहीं जानता था कि वो कहाँ से आयी है। उसे खुद भी नहीं...

हँसी

श्रीमान अ. अपने टी.वी. के सामने बैठे हुए थे।श्रीमान अ. को शुरू से ही अपना प्रथम नाम पसन्द नहीं था। इसलिए बहुत कम उम्र...

बच्‍चे काम पर जा रहे हैं

कोहरे से ढँकी सड़क पर बच्‍चे काम पर जा रहे हैंसुबह सुबह बच्‍चे काम पर जा रहे हैंहमारे समय की सबसे भयानक पंक्ति है यहभयानक...

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