सम्पादक की पसंद

पुस्तक समीक्षा

साक्षात्कार

फिल्म समीक्षा

आपके प्रिय लेखकों द्वारा

पंचतंत्र की कहानियां : खटमल और बेचारी जूं

एक राजा के शयनकक्ष में मंदरीसर्पिणी नाम की जूं ने डेरा डाल रखा था। रोज रात को जब राजा जाता तो वह चुपके से...

पुस्तक समीक्षा : वैशालीनामा

वैशालीनामा इस किताब के बारे में लिखते हुए सोच रहा हूँ कि ऐसी किताब कभी पहले क्यों मेरे पास तक नहीं पहुँची। हो सकता है...

ईदगाह

रमज़ान के पूरे तीस रोज़ों के बाद ईद आई है। कितना मनोहर, कितना सुहावना प्रभात है। वृक्षों पर अजीब हरियाली है, खेतों में कुछ...

पंचतंत्र की कहानियां: मुर्ख बगुला और नेवला

जंगल के एक बड़े वट-वृक्ष की खोल में बहुत से बगुले रहते थे । उसी वृक्ष की जड़ में एक साँप भी रहता था...

पंचतंत्र की कहानियां: स्त्री-भक्त राजा

एक राज्य में अतुलबल पराक्रमी राजा नन्द राज्य करता था । उसकी वीरता चारों दिशाओं में प्रसिद्ध थी । आसपास के सब राजा उसकी...

पिता-ज्ञानरंजन

उसने अपने बिस्तरे का अंदाज़ लेने के लिए मात्र आध पल को बिजली जलाई। बिस्तरे फ़र्श पर बिछे हुए थे। उसकी स्त्री ने सोते-सोते...

पंचतंत्र की कहानियां: बकरा, ब्राह्मण और तीन ठग

किसी गांव में सम्भुदयाल नामक एक ब्राह्मण रहता था। एक बार वह अपने यजमान से एक बकरा लेकर अपने घर जा रहा था। रास्ता...