सम्पादक की पसंद

पुस्तक समीक्षा

साक्षात्कार

फिल्म समीक्षा

आपके प्रिय लेखकों द्वारा

दुनिया का सबसे अनमोल रत्न

दिलफ़िगार एक कँटीले पेड़ के नीचे दामन चाक किए बैठा हुआ ख़ून के आँसू बहा रहा था। वह सौंदर्य की देवी यानी मलका दिलफ़रेब...

पंचतंत्र की कहानियां: जैसे को तैसा

एक स्थान पर जीर्णधन नाम का बनिये का लड़का रहता था । धन की खोज में उसने परदेश जाने का विचार किया । उसके...

पंचतंत्र की कहानियां: हमेशा सोच समझ कर काम करो

दक्षिण प्रदेश के एक प्रसिद्ध नगर पाटलीपुत्र में मणिभद्र नाम का एक धनिक महाजन रहता था । लोक-सेवा और धर्मकार्यों में रत रहने से...

राजा निरबंसिया- कमलेश्वर

''एक राजा निरबंसिया थे”—माँ कहानी सुनाया करती थीं। उनके आसपास ही चार-पाँच बच्चे अपनी मुठ्ठियों में फूल दबाए कहानी समाप्त होने पर गौरों पर...

पंचतंत्र की कहानी : प्रारंभ की कथा-मित्रभेद

महिलारोप्य नाम के नगर में वर्धमान नाम का एक वणिक्‌-पुत्र रहता था । उसने धर्मयुक्त रीति से व्यापार में पर्याप्त धन पैदा किया था;...

पंचतंत्र की कहानियां: कबूतर का जोड़ा और शिकारी

एक जगह एक लोभी और निर्दय व्याध रहता था । पक्षियों को मारकर खाना ही उसका काम था । इस भयङकर काम के कारण...

पंचतंत्र की कहानियां : शेर, ऊंट, सियार और कौवा

किसी वन में मदोत्कट नाम का सिंह निवास करता था। बाघ, कौआ और सियार, ये तीन उसके नौकर थे। एक दिन उन्होंने एक ऐसे...

पंचतंत्र की कहानियां: मेंढकराज और नाग

एक कुएं में बहुत से मेंढक रहते थे। उनके राजा का नाम था गंगदत्त। गंगदत्त बहुत झगड़ालू स्वभाव का था। आसपास दो-तीन और भी...

कानों में कँगना

1 किरन! तुम्हारे कानों में क्या है?उसके कानों से चंचल लट को हटाकर कहा—कँगना।अरे! कानों में कँगना? सचमुच दो कंगन कानों को घेरकर बैठे थे।हाँ,...