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पंचतंत्र की कहानियां: घमंड का सिर नीचा
एक गांव में उज्वलक नाम का बढ़ई रहता था । वह बहुत गरीब था । ग़रीबी से तंग आकर वह गांव छो़ड़कर दूसरे गांव...
विष्णु शर्मा
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गैंग्रीन-अज्ञेय
दुपहर में उस सूने आँगन में पैर रखते हुए मुझे ऐसा जान पड़ा, मानो उस पर किसी शाप की छाया मँडरा रही हो, उसके...
अज्ञेय
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पंचतंत्र की कहानियां:अभागा बुनकर
एक नगर में सोमिलक नाम का जुलाहा रहता था । विविध प्रकार के रंगीन और सुन्दर वस्त्र बनाने के बाद भी उसे भोजन-वस्त्र मात्र...
विष्णु शर्मा
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पंचतंत्र
पंचतंत्र की कहानियां: संगीतमय गधा
एक धोबी का गधा था। गधे का नाम था--उद्धत। वह दिन भर कपडों के गट्ठर इधर से उधर ढोने में लगा रहता। धोबी स्वयं...
विष्णु शर्मा
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कहानी
पंचतंत्र की कहानियां : लड़ते बकरे और सियार
एक दिन एक सियार किसी गाँव से गुजर रहा था। उसने गाँव के बाजार के पास लोगों की एक भीड़ देखी। कौतूहलवश वह सियार...
विष्णु शर्मा
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कहानी
पंचतंत्र की कहानियां: बोलने वाली गुफा
किसी जंगल में एक शेर रहता था। एक बार वह दिन-भर भटकता रहा, किंतु भोजन के लिए कोई जानवर नहीं मिला। थककर वह एक...
विष्णु शर्मा
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कहानी
दुलाईवाली
(एक) काशी जी के दशाश्वमेध घाट पर स्नान करके एक मनुष्य बड़ी व्यग्रता के साथ गोदौलिया की तरफ़ आ रहा था। एक हाथ में मैली-सी...
राजेन्द्र बाला घोष बंग महिला
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