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पुस्तक समीक्षा

साक्षात्कार

फिल्म समीक्षा

आपके प्रिय लेखकों द्वारा

जोरम : फिल्म समीक्षा

पर्दे पर बहुत कम कहानियां होती है, जो आपके ज़हन में अपने किरदार छोड़कर आपको उन किरदारों से बतियाने और समाज में जायज़ और...

पंचतंत्र की कहानियां : तीन मछलियाँ

एक नदी के किनारे उसी नदी से जुड़ा एक बड़ा जलाशय था। जलाशय में पानी गहरा होता हैं, इसलिए उसमें काई तथा मछलियों का...

पंचतंत्र की कहानियां: गीदड़ गीदड़ है और शेर शेर

एक जंगल में शेर-शेरनी का युगल रहता था । शेरनी के दो बच्चे हुए । शेर प्रतिदिन हिरणों को मारकर शेरनी के लिये लाता...

अपना अपना भाग्य

बहुत कुछ निरुद्देश्य घूम चुकने पर हम सड़क के किनारे की एक बेंच पर बैठ गए। नैनीताल की संध्या धीरे-धीरे उतर रही थी। रूई के...

पंचतंत्र की कहानियां: ब्राह्मणी और तिल के बीज

एक बार की बात है एक निर्धन ब्राह्मण परिवार रहता था, एक समय उनके यहाँ कुछ अतिथि आये, घर में खाने पीने का सारा...

पंचतंत्र की कहानियां: चुहिया का स्वयंवर

गंगा नदी के किनारे एक तपस्वियों का आश्रम था । वहाँ याज्ञवल्क्य नाम के मुनि रहते थे । मुनिवर एक नदी के किनारे जल...

कविता क्या है?

मनुष्य अपने भावों, विचारों और व्यापारों को लिये-दिये दूसरों के भावों, विचारों और व्यापारों के साथ कहीं मिलता और कहीं लड़ाता हुआ अन्त तक...