सम्पादक की पसंद

पुस्तक समीक्षा

साक्षात्कार

फिल्म समीक्षा

आपके प्रिय लेखकों द्वारा

तुमड़ी के शब्द : बद्री नारायण

तुमड़ी के शब्द : बद्री नारायण बद्री नारायण वर्तमान समय के महत्वपूर्ण कवियों में से एक हैं। 2019 में राजकमल प्रकाशन से उनकी एक कविता...

परिन्दे

अँधेरे गलियारे में चलते हुए लतिका ठिठक गयी। दीवार का सहारा लेकर उसने लैम्प की बत्ती बढ़ा दी। सीढ़ियों पर उसकी छाया एक बैडौल...

जो मेरे घर कभी नहीं आएँगे

जो मेरे घर कभी नहीं आएँगेमैं उनसे मिलनेउनके पास चला जाऊँगा।एक उफनती नदी कभी नहीं आएगी मेरे घरनदी जैसे लोगों से मिलनेनदी किनारे जाऊँगाकुछ...

प्रेम

उमंगों भरा दिल किसी का न टूटे।पलट जायँ पासे मगर जुग न फूटे।कभी संग निज संगियों का न छूटे।हमारा चलन घर हमारा न लूटे।सगों...

चाँद की आदतें

चाँद की कुछ आदतें हैं।एक तो वह पूर्णिमा के दिन बड़ा-सा निकल आता हैबड़ा नक़ली (असल शायद वही हो)।दूसरी यह, नीम की सूखी टहनियों...

बेटोंवाली विधवा

पंडित अयोध्यानाथ का देहांत हुआ तो सबने कहा, ईश्वर आदमी की ऐसी ही मौत दे। चार जवान बेटे थे, एक लड़की। चारों लड़कों के...

गोदान

भाग 1 होरीराम ने दोनों बैलों को सानी-पानी दे कर अपनी स्त्री धनिया से कहा - गोबर को ऊख गोड़ने भेज देना। मैं न जाने...

निर्मला

अध्याय 1 यों तो बाबू उदयभानुलाल के परिवार में बीसों ही प्राणी थे, कोई ममेरा भाई था, कोई फुफेरा, कोई भांजा था, कोई भतीजा,...

बादलों के घेरे

भुवाली की एक छोटी सी कॉटेज में लेटा-लेटा मैं सामने के पहाड़ देखता हूँ। पानी भरे, सूखे-सूखे बादलों के घेरे देखता हूँ। बिना आँखों...

नवजागरण के दलित प्रश्न : ज्योतिबा फुले और प्रेमचंद की दृष्टि

अजमेर सिंह काजलशोषण और अन्याय पर आधारित वर्ण व्यवस्था की अनैतिक संस्कृति के विरुद्ध बौद्धिकता और सामाजिक न्याय की विचारधारा ने उन्नीसवीं शताब्दी में...